’ज्ञान का पीछा करते हुए यहां पहुंचा’, Mahakumbh में मिले ’IITian बाबा’, की है एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई
Live MintMahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक उत्सव Mahakumbh में, जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से मिलना संभव है। लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम में डुबकी लगाने के लिए इस उत्सव में शामिल होते हैं। महाकुंभ में बाबा इसके सबसे प्रतिष्ठित और आकर्षक पहलुओं में से एक हैं। इस धार्मिक उत्सव में, श्रद्धालु नागा बाबा, अघोरी साधु और दुनिया के कुछ सबसे सम्मानित धार्मिक नेताओं से मिल सकते हैं। इस बीच, महाकुंभ में एक 'IITian बाबा' की उपस्थिति लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। महाकुंभ में IITian बाबा CNN News18 से बातचीत में IITian बाबा ने बताया कि उन्होंने अध्यात्म के लिए विज्ञान को त्याग दिया। बातचीत के दौरान जब पत्रकार ने साधु के बोलने के तरीके पर टिप्पणी की तब साधु ने इसका जवाब दिया। जब बाबा से पूछा गया, “आप अच्छी तरह से बोलते हैं, आप पढ़े-लिखे लगते हैं,”। इस सवाल पर बाबा ने जवाब दिया कि उन्होंने IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इस खुलासे से पत्रकार दो मिनट तक स्तब्ध रह गया। जब उसने आखिरकार अपना संयम वापस पाया, तो बाबा से पूछा कि क्या उसने वास्तव में IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसपर बाबा ने 'हां' में जवाब दिया। बता दें, इस IITian बाबा का नाम अभय सिंह है। “इस अवस्था में कैसे प्राप्त हुए?” पत्रकार ने बाबा से पूछा, जो मुस्कुराए और जवाब दिया, “यह अवस्था तो सबसे अच्छी अवस्था है। यदि आप ज्ञान का अनुसरण करते रहेंगे, तो आप कहां पहुंचेंगे? यहीं पहुंचेंगे।” बाबा ने खुलासा किया कि उनका जन्म हरियाणा में हुआ था और उन्होंने IIT बॉम्बे में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई में चार साल बिताए। उसके बाद, उन्होंने “आर्ट्स” में प्रवेश किया और डिजाइन में मास्टर्स किया। उन्होंने कहा, “आप जीवन के अर्थ की तलाश करते हैं। जब मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था, तब भी मैंने दर्शनशास्त्र के कोर्स- उत्तर आधुनिकतावाद,, सुकरात, प्लेटो - कोर्सेज लिए ताकि जीवन का अर्थ समझ सकूं।” IITian बाबा और पत्रकार के बीच बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। सोशल मीडिया में कई लोगों ने बाबा यानि अभय सिंह की पैसे के बजाय ज्ञान का अनुसरण करने के लिए प्रशंसा की।